Online Hacker: Real Cyber Crime Fraud | सच्ची कहानी
ऑनलाइन हैकर आजकल इंटरनेट के मिसयूज से लोगों को बड़े बड़े सपने दिखाकर लूटा जाता है ऐसा ही कुछ वक्त इक्कीस साल के आयुष के साथ आयुष नया नया ग्रैजुएट हुआ था ग्रैजुएशन खत्म होते ही उसके सारे दोस्तों की नौकरी लग गई थी बस उसी की नहीं लग पा रही थी
आयुष ने कई जगह अप्लाई किया मगर हर जगह से रिजेक्शन ही पाई को धीरे धीरे सारी उम्मीद खो रहा था मगर एक दिन अचानक उसे वॉट्सएप पर एक मैसेज आए सुनीता नाम की किसी लडकी ने आयुष को नौकरी से रिलेटेड मैसेज भेजा था आयुष ने तुरंत उसका रिप्लाई किया और सुनीता भी उससे बात करने
सुनीता ने आयुष को बताया कि वह एक यूएस की कंपनी के लिए काम करती है और अगर आयुष चाहे तो वह बिना किसी स्किल के उनके लिए काम कर सकता है यह सुनकर आयुष खिल उठा उसने सुनीता से जॉब डिटेल्स मांगी तो उसने बताया कि आयुष का काम होगा यूट्यूब के वीडियो को लाइक और सब्सक्राइब करना और हर
एक वीडियो के लिए उसे डेढ़ सौ रुपये मिला करेंगे आयुष्य सुनकर बहुत खुश हो गया इसके बाद सुनीता ने आयोग से उसकी डिटेल्स एक फॉर्म भरवाए और उसे एक टेलीग्राम ग्रुप में ऐड कर दिया
उस ग्रुप में ढेर सारे लोग थे जो पेमेंट रिसीव के स्क्रीनशॉट्स पोस्ट कर रहे थे
आयुष यह देखकर बहुत एक्साइटेड हो गया कुछ देर बाद सुनीता ने उसे एक यूट्यूब वीडियो का लिंक भेजा जब आयुष उसने उसे लाइक और सब्सक्राइब कर दिया तो सुनीता ने आयुष उसके बैंक डिटेल्स लिए लिए कुछ ही देर में आयुष के अकाउंट में डेढ़ सौ रुपए क्रेडिट हो गए यह देखकर आयुष बहुत खुश हो गया था अब एक्टिव लिए सुनीता
के भेजे हुए लिंक्स पर काम करता और छोटे मोटे कमा लेता लेकिन दो दिन बाद सुनीता ने आयुष को बताया कि वह कंपनी में इन्वेस्ट करके और बहुत सारे पैसे बहुत जल्दी कमा सकता था मगर उसे कम से कम डेढ़ लाख रुपए इन्वेस्ट करने पडेंगे आयुष जल्दी पैसे कमाने की लालच में आ गया
और उसने अपने दोस्त से उधार पर दो लाख रुपए मांगे और सुनीता के बताए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए इसके बाद काफी वक्त भी गया मगर सुनीता का कुछ रिस्पॉन्स नहीं आया आई उसने देखा कि वह अपने टेलीग्राम ग्रुप से भी बाहर हो चुका था और तो और सुनीता का फोन स्विच ऑफ जा रहा था वो एकदम से गायब हो चुकी थी
इंडिया में हर साल भी एक पोटेंशियल क्राइम सीन बन चुका है साइबर क्राइम और ऑनलाइन हैकिंग से जुड़े की से बढ़ते जा रहे हैं ऐसी ही रियल लाइफ थीसिस पर फिर नई वेब सीरीज आई है
क्राइम ऑनलाइन जो कि अमेजॉन मिली टीवी पर अब बिल्कुल फ्री रख सकते हैं है क्राइम्स ऑनलाइन एक मस्ट वॉच सीरीज है क्योंकि वह डिजिटल था इनकी हर गलत ऐक्टिविटीज और क्राइम से हमको सावधान करती है और वो भी बहुत ही एंटरटेनिंग तरीके से अपनी एमेजॉन शॉपिंग ऐप ओपन करें और मेरी टीवी पर क्लिक करके देखो
कि कैसे एसीपी आशुतोष वाले एक यंग इन्वेस्टिगेटर शक्ति और एक ऑनलाइन हैकर्स के साथ एक से एक मुश्किल क्राइम के से स्वस्थ करते हैं सो की लिंक कॉमेंट लेकिन वहीं आयुष की प्रॉब्लम बढ़ती जा रही थी
जैसे जैसे टाइम पीटा गया आयुष का दोस्त उसे बार बार अपने पैसे वापस मांगने लगा
दिन आयुष बहुत परेशान हो गया
और उसने अपने घर पर सब कुछ सच सच बता दिया तब आयुष की फैमिली ने इस फ्रॉड के केस को साइबर क्राइम ब्रांच में रिपोर्ट किया ऐसे कई केस जब साइबर क्राइम के पास आए तो उन्होंने इन्वेस्टिगेटर अमित दुबे जो कि साइबर क्राइम एक्सपर्ट थे उन्हें कांटा किया अमित दुबे को पता चला कि साइबर क्राइम को सॉल्व करने
लिए उन्हें उन क्रिमिनल्स की तरह ही सोचना पड़ेगा इसलिए अमित ने इंटरनेट के बेस्ट ऐक्ट्रेस की टीम बनाई और लग गए साइबर क्राइम केस को सॉल्व करने आई उसके केस से जुड़ी सभी डिटेल्स चेक करने के बाद अमित को यह पता चला कि सुनीता का सिम और अकाउंट तो एनोनिमस था लेकिन फिर अमित ने बड़ी चालाकी से किसी दूसरे नंबर से
सुनीता को मैसेज किया और नौकरी मांगने के बहाने उससे जुड़ गए पूरा प्रोसेस बाप से रिपीट हो रहा था और सुनीता ने दोबारा डेढ़ लाख इन्वेस्ट करने की बात शुरू कर दी थी
जब उसने अपना अकाउंट नंबर अमेठी के साथ शेयर किया तो कोई दूसरा काम था चूंकि किसी किसान के नाम पर था सुनीता ने उस किसान के आइडेंटिटी चुरा ली थी प्रेस करने पर पता चला कि वह अकाउंट पानीपत तथा टीम ने तुरंत पानीपत पुलिस को इन्फॉर्म कर दिया और उस अकाउंट की ऑनलाइन ऐक्टिविटी बंद कर दी अब वो बैठ कर रहे थे कि सुनी
था तब पैसे निकलवाने किसी एटीएम पर पहुंचेगी थोड़े टाइम डेट करने के बाद उस अकाउंट में एक एटीएम विड्रॉल की रिक्वेस्ट पुलिस तुरंत उसकी टीम की लोकेशन पर पहुंच गई उन्होंने देखा कि वहाँ कोई औरत नहीं की बल्कि एक आदमी एटीएम से पैसे निकालने की कोशिश कर रहा था पुलिस ने फौरन उसे अरेस्ट कर लिया
सुनीता असल में अब्दुल अली नाम का एक लड़का थी जो की लडकी की प्रोफाइल बनाकर लोगों को ठगता था
पुलिस ने उसे और उसकी पूरी टीम को अरेस्ट कर लिया और जितने भी लोगों से उन्होंने पैसे सके थे उसे रिकवर किया गया