New Year's Eve Horror Story | Horror Stories in Hindi | सच्ची कहानी |

New Year's Eve Horror Story | Horror Stories in Hindi | सच्ची कहानी |
सूर्य जास्मिन तारा और मयंक कॉलेज में एक दूसरे के दोस्त बने थे उनके कॉलेज का फाइनल दौर चल रहा था इसके बाद वह सभी अपनी अपनी जॉब में बिजी होने वाले थे इसलिए वो आखिरी बार एक साथ न्यू ईयर सेलिब्रेट करना चाहते थे उन चारों ने डिसाइड किया कि वो इस न्यूज पर एक क्लब में जाएंगे और एक यादगार पार्टी करेंगे लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वह पार्टी उन्हें एक ऐसी भयानक या दी जाएगी जो वो भुलाए नहीं भूल पाएंगे क्लब में बज रहे गानों पर डांस करते करते सुयश को छोड़कर बाकी सभी ने बहुत ज्यादा शराब पी ली थी जैस्मिन ने तो इतनी पी ली थी कि शराब के नशे में उसे सीधा खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था रात बहुत हो चुकी थी
क्योंकि सुयश ने शराब नहीं पी थी इसलिए उसने बाकी सभी को घर ले जाने की रिस्पॉन्सिबिलिटी उठाई उसने सबको जैसे तैसे करके गाड़ी में बिठाया गाड़ी के फ्रंट सीट पर मयंक बैठा था और पीछे जास्मिन और तारा शराब पीने की वजह से वो तीनों ही अपने होशोहवास में नहीं थे तभी अचानक गाड़ी चलाते हुए सुयश की नजर पीछे की सीट पर गई और वो अचानक सुन्न पड़ गया उसने देखा कि जास्मिन और तारा के बीचों बीच एक लड़की बैठी हुई थी सुयश की नजरें उस लड़की से मिली तो उस लडकी की आंखों से अचानक खून के आंसू निकलने लगे यह देखते ही सूरज घबरा उठा और गाड़ी का स्टेयरिंग एक तरफ घूम गया सुयश ने जैसे तैसे करके गाड़ी संभाली और एक जहां आकर गाड़ी रोक दी उस लडकी को देखकर सुयश की रूह कांप गई थी
जब सुयश ने वापिस पीछे मुड़कर देखा तो वो लड़की गाड़ी में नहीं थी सुयश ने अपने बगल में बैठे मयंक को नींद से उठाया और उससे कहा कि पिछली सीट पर कोई बैठा हुआ था मयंक ने पीछे मुड़कर देखा तो वहां जास्मिन और तारा के अलावा कोई भी नहीं था मयंक ने सूर्य का मजाक उड़ाते हुए कहा भाई दारू मैंने पी है और नशा तुझे चढ़ रहा है ऐसा बोलकर मयंक सुयश पर हंसने लगा क्योंकि वह लड़की अब सचमुच गाड़ी में नहीं थी सुयश को भी लगने लगा कि शायद बोस का वहम ही था और वो वापस गाड़ी चलाने लगा तभी जास्मिन को कुपोषण आया और उसने कहा कि उसे चक्कर आ रहे हैं सुरेश ने गाड़ी साइड में लगाई और जास्मिन को उतार पर को गाड़ी से बाहर ले गया जैस्मिन ने गाड़ी से उतरते ही उल्टी कर देगा उसी करने के बाद सुयश ने मयंक को आवाज देकर पानी की बॉटल मांगी और कुछ ही सेकेंड्स में सुयश के पैरों के पास एक पानी की बॉटल रोल करते हुए आ गई
सुयश ने पोर्टल को उठाया और मुड़कर देखा तो मयंक और तारा गाड़ी में ही सो रहे थे सूर्य सोचने लगा कि मयंक और तारा गाड़ी में सो रहे हैं तो आखिर वो बहुत सारी किस्में उसकी ओर फेंकी थी पचास मिन की हालत ठीक नहीं लग रही थी तो सुयश ने फटाफट से वह बॉटल जैस्मिन को देवी सुयश को अब कुछ तो अजीब लग रहा था
बस वो जल्दी से जल्दी घर पहुंचना चाहता था
जैस्मिन को गाड़ी में बिठाकर सुयश फिर से गाड़ी चलाने लगा लेकिन कुछ दूर चलते ही अचानक से सुयश ने गाड़ी के ब्रेक मारे ऐसा लगा कि उसकी गाड़ी के सामने वहीं लडकिया आ गई है जो पहले सुयश को बैक सीट पर दिखी थी लेकिन जब उसने गाड़ी रोकी तो वह लडकी क्या दूर दूर तक उनके पास कोई नहीं था सुयश को कुछ समझ नहीं आ रहा था उसने वापिस से गाड़ी स्टार्ट की और चुपचाप आगे चलता रहा कुछ ही देर में वो लड़की एक बार फिर से अचानक ही सुयश की गाड़ी के सामने आ गई लेकिन इस बार सुयश ने गाड़ी नहीं रोकी और तेजी से उस लड़की की तरफ गाड़ी चलाने लगा देखते ही देखते सुयश की गाड़ी उस लड़की के आर पार हो गई अब सूर्य को यकीन हो गया था कि वह लड़की कोई आत्मा है
जो से बार बार दिख रही है सुयश ने गाड़ी की स्पीड और तेज कर दी क्योंकि वो अब बस घर पहुंचना चाहता था तभी बैक सीट पर बेहोश पड़ी तारा एकदम से सीधी होकर बैठ गई वह बिना कुछ बोले बस सुयश को खोलने लगी सोवियत की नजर जब तारा पर गई तो सुयश ने उसका नाम पुकार कर उससे बात करने की कोशिश भी की पर तारा मानवों सुन होकर बरसों से घोड़े ही जा रही थी तभी तारा एक अजीब सी आवाज में कुछ बड़बड़ाने लगी सुयश डर के मारे मयंक को उठाने की कोशिश करने लगा पर मयंक कोर्स में ही नहीं आ रहा था देखते ही देखते तारा के चेहरे का रंग बदलने लगा उसका चेहरा सफेद पड़ने लगा और तारा अपना सर गाड़ी की विंडो पर जोर जोर से मारने लगी इतनी जोर से कि उसके सर से खून निकलना शुरू हो गया था तारा बिल्कुल पागल हो चुकी थी और सुयश को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था सुयश के अलावा और कोई भी होश में नहीं था सुयश ने पुलिस को फोन मिलाया और इससे पहले कि वह पुलिस से बात कर पाता पीछे से उसकी गर्दन पर दो हाथ आए और उसका गला दबाने लगे सुयश का कंट्रोल गाड़ी से हट गया और गाड़ी सीधा जाकर एक पेड़ से टकरा गए सुयश को जब होश आया तो वो एक हॉस्पिटल में था उसी रूम के बेड पर मयंक भी लेटा हुआ था पुलिस जब सूर्य से पूछताछ करने आई तो से पता चला कि गाड़ी में बैठे सभी लोगों की जान बच गई थी बस कुछ गहरी चोटें आई थी
सुयश ने पुलिस को सब कुछ बिल्कुल सच्चाई के साथ बताया तभी वहां खड़े एक पुलिस ऑफिसर ने बताया ऐसी ही एक लडकी के बारे में और भी कैसे जा चुके हैं ऐसा माना जाता है कि उसी रोड पर न्यू ईयर ईव के दिन एक लडकी को एक गाड़ी ने टक्कर मार दी थी गाड़ी चलाने वाले ने पी रखी थी और वह उस लड़की को वहीं रोड पर पड़ा छोड़कर उस लडकी की उसी रात मौत हो गई
और अब शायद उसी की आत्मा भटकती है और उस रोड से गाड़ी चला रहे लोगों को शांत करती है
लेकिन सुयश के अलावा किसी को भी उस रात के बारे में ऐसा कुछ याद नहीं सुयश को आज भी उस रात से जुडे भयानक सपने आते हैं उस रात के कई महीनों बाद तक भी सुयश ने रात में गाड़ी ही नहीं चलाई
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