Mehandipur Balaji Temple - Horror Story | सच्ची कहानी
इंडियाज मोस्ट वॉन्टेड मेहंदीपुर बालाजी टेम्पल मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान में बना एक पावन मंदिर है
जो पूरे इंडिया में फेमस है भूत भगाने के लिए इस मंदिर में हनुमान जी की पूजा की जाती है
पर ऐसा कहा जाता है कि कोई भी इंसान किसी ईविल स्पिरिट या भूत पिशाच से प्रदेश हो जाए तो से ठीक होने के लिए मेहंदीपुर बालाजी मंदिर ले जाना चाहिए
मगर तब क्या होगा
जब बालाजी के आसपास तक रही आत्मा ही किसी इंसान को अपना शिकार बना लें
और सलीम फिल्म मेकर थी जो ना जाने कितने वर्ग से अलग अलग प्रोड्यूसर्स को कांटेक्ट करके उनसे काम मांगने की कोशिश कर रही थी
मगर छोटे मोटे काम के अलावा अर्शी को कोई काम नहीं मिल पा रहा था
तभी उसके एक दोस्त ने उसे बताया कि एक प्रोड्यूसर को अशी का काम बहुत अच्छा लगा है और वह एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट अशी से कराना चाहता है
यह सुनकर अशी की आंखें खिल उठी उसे लग रहा था कि शायद वो जो ब्रेक इतनी बुरी तरह से ढूंढ रही थी
वो अब उसे मिल जाएगा
वो अगले ही दिन उस प्रोड्यूसर से मिलने चली
उस प्रोड्यूसर में बिना कुछ ज्यादा देखे और पूछे अर्शी को प्रोजेक्ट अशी बहुत खुश हुई थी क्योंकि उसे उस काम के अच्छे खासे पैसे भी मिल रहे थे उस प्रोड्यूसर ने अर्शी को बताया कि उसे मेहंदीपुर बालाजी जाकर एक रियल डॉक्यूमेंट्री शूट करनी है
इस काम के लिए उस प्रोड्यूसर में अर्शी को दस दिन का टाइम और उसके साथ पांच लोगों की टीम भी उस प्रोड्यूसर ने अर्शी को एक राजन नाम के आदमी का नंबर भी दिया और कहा कि राजन वहां के लोकल मैनेजर रहेगा अगले ही दिन अशी अपनी टीम और राजन किसान मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के लिए निकल गए भारत मुझे लगता है कि
चौथा देश होगा इसमें हर एक मंदिर के अपने रहस्य और अजूबे मेंहदीपुर बालाजी हो या अयोध्या का राम में में दो हज़ार सत्रह के इस आर्टिकल के अकॉर्डिंग अयोध्या राम मंदिर की प्रोडक्शन एक एस्ट्रोलॉजर में सुप्रीम कोर्ट के वार्ड एक से दो साल पहले ही कर दी थी
प्रोडक्शन थी कि दो हज़ार चौबिस के जनवरी महीने में मंदिर बन जाएगा
ठीक ऐसा ही हुआ इसके बाद मुझे भी क्यूरोसिटी हुई कि मैं अपने बारे में कुछ जान तो मैंने एक दिन ऐसे ही एक ऐप एस्ट्रोटर्फ डाउनलोड कर लें और फिर एक बहुत ही माइंड ब्लोइंग चीज हुई वहां में एक एस्ट्रोलॉजर पल्लवी जी से बात कर रहा था
इससे पहले कि मैं कुछ पूछता उन्होंने तुरंत ही मेरा डेट ऑफ बर्थ और टाइम पूछा उसके बाद उन्होंने तुरंत बताया कि मैं वीडियो प्रोडक्शन और फिल्म रिलेटेड फिल्म में काम करता हूं
उन्होंने मेरी लाइफ के बारे में ऐसी ऐसी चीज बताई जो शायद सिर्फ मुझे मालूम हो सच कहूं तो मैं हैरान रह गया था
क्योंकि मैंने न तो अपना नाम नंबर और ना ही कोई पिक्चर शेयर की थी फिर क्या था मैंने उनसे सब कुछ पूछ लिया दो हज़ार चौबिस के बारे में यह साल कैसा जाने वाला है मेरा करियर मेरे फाइनैंस मेरे पेरेंट्स की हेल्थ के बारे में सबकुछ एक्चुअली हम लोग अक्सर अपनी लाइफ में दाऊद सौ देशों से घिरे रहते हैं रिलेशनशिप में करवाएंगे उसका लॉन्ग टर्म उसको
क्या है करियर में कब सेटल होंगे जॉब कब लगेगी शादी किसके साथ होगी अगर आप भी इन सभी सवालों के जवाब में फंसे पर काम करता हूं मैं एस्ट्रो टॉक ऐप डाउनलोड लिंक डिस्क्रिप्शन और कॉमेंट में डाल देता हूँ माँ से डाउनलोड कर लेना पहली चाय भी फ्री में जाएगी इस लिंक से अब कहानी आगे कंटिन्यू
अशी मेंहदीपुर बालाजी मंदिर पहुंच गई
लेकिन मंदिर पहुंचते ही अर्शी को एक अलग ही सेंसेशन फेल होने लगी वो एक्साइटेड थी मगर उसके साथ साथ उसे एक अजीब सी बेचैनी फील हो रही थी
अर्शी और उसके टीम शूट शुरू करने से पहले मंदिर को अच्छे से देखना चाहते थे जब वर्षी मंदिर एक्सप्लोर कर रही थी
स्वस्थ ने बहुत ढेर सारी डिस्टरबेंस चीजें देखीं
अगर को चोदते बैठकर अजीब सी हरकतें कर रहे थे
कोई और चिल्ला रही थी कोई मांग लोग बस से जा रही उन्हीं में से एक औरत ने अशी की तरफ देखा और वो अचानक ही हँसते हँसते रुक गई
और फूट फूटकर रोने लगे
अशी वहां से तुरंत आगे चली
चलते चलते अशी मंदिर के बीच में लगे पेड़ के पास आ गई उसने देखा कि वहां घोड़े बाबा बैठे ध्यान में लगे
अशी वहां से जा ही रही थी पर तभी बाबा ने उसे आवाज लगा अशी एकदम से चौंक गए और वहीं रुक गई
घोड़े बाबा ने आँखें खोली और अर्शी को घूर कर देखा उन्होंने उससे कहा बालाजी के मंदिर में कई चमत्कार भी होते हैं
लेकिन कई खौफनाक चीजें भी
यह कहते हैं वो बाबा अजीब ढंग से हंसने लगे
अस्सी के साथ मौजूद राजन उसे वहां से ले राजे ने अर्शी को बताया कि अगर कोई उसका नाम पुकारे तो पलटकर नहीं देखा मंदिर के अंदर जो प्रसाद मिले उसे घर लेकर बिल्कुल भी मत जाना
ने ऐसी बातें पहले भी सुनी थी
उसकी मां उसे बताया करती थी कि बालाजी मंदिर में भगवान की बहुत ही ताकतवर सकती है
जो लोगों को शैतानी काली शक्तियों से बचाती है लेकिन अगर किसी इंसान ने बालाजी मंदिर के नियम तोड़े तो वो काली शक्तियां उस इंसान को हमेशा हमेशा के लिए चल रहे हैं
इसके बाद अर्शी मंदिर में दर्शन करने और पंडित जी ने उसे प्रसाद भी दिया उसने प्रसाद तुरंत वहीं खान और फिर मंदिर से बाहर आ मिले
उसके आसपास भीड़ थोड़ी ज्यादा थी इसलिए पूरा ध्यान मंदिर से निकलने पर था
जब अचानक अस्सी को किसी ने पीछे से पुकारा
राजन की बताई बाद अर्शी के दिमाग से है
और उसने पलटकर पीछे देख लिया
वहां कोई भी नहीं था अशी मंदिर से बाहर तो आ गई थी
मगर अब उसका माथा बहुत तेज दर्द से भटकने लगा था तभी अचानक उसका खून बह और वो एकदम से हड़बड़ा गई
उसके हाथ से छूटकर नीचे खींच लिया और टूट गया वो अपने फोन के टुकड़े उठाएगी रही थी कि तभी उसकी टीम का एक में मनाया और उसे बुलाकर अपने साथ ले गया मंदिर से वापस आते ही अशी की तबीयत बिगड़ती जा रही है
किसी का मन बहुत भारी होता जा रहा था
उसे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसे ठीक से सांस नहीं आ रही हो और इसलिए अपने होटल पहुंचते ही अशी रूम में जाकर दवाई लेकर सीधा सो गई
सोते सोते अचानक ही अर्शी को एक सपना आया जिसमें काला साया अस्सी का गला दबा रहा था
अर्शी को ऐसा लगने लगा जैसे उसका दम घुट रहा हूं
अचानक वार्षिक ही
वो पसीने में लथपथ हंसते हुए उठी और बाथरूम में जाकर अपने मुंह पर छींटे मारने लगी जब वो बाथरूम से बाहर आई तो उसके दिल की धड़कन एक बार को रुक सी गई
क्योंकि उसने देखा कि उसका शरीर दो बिस्तर पर लेटा रहा था
उसे कुछ समझ नहीं आया कि आखिर उसके साथ ही क्या हो रहा था
बार बार अपने शरीर को छूने की कोशिश कर रही थी
मगर किसी हवा के झोंके की तरह उसका हाथ शरीर से आ रहा था
अचानक ही उसे एक अजीब सी आवाज आने लगी
इसी के बहुत से सांस लेने के आवास अर्शी ने मुड़कर देखा तो उसके बाथरूम की लाइट्स विकल्प नहीं था
वो बाथरूम की तरफ गई तो वहां कोई भी नहीं था
मगर वह जैसे ही उसने देखा कि उसका शरीर अब बिस्तर पर बैठा हुआ था
उसके बालों ने उसके चेहरे को कवर किया हुआ था
और होते सांसे लेने की आवाज अर्शी के सही सही आ रही थी
वह जैसे ही अपने शरीर के पास गई अचानक से उसके शरीर ने अपना सर उठा और अलसी का तेल बुरी तरह हार
अस्सी का चेहरा किसी चुड़ैल जैसा लग रहा था
और तो और उसके चेहरे पर नाक या वोट नहीं थे
सिर्फ दो साल आँखें थी
यह देखकर अशी बहुत जोर से चिल्लाई और उसने अपनी आँखें बंद कर दें जब उसकी आंखें खुली तो वह अपने पेट पर ही उसे रिलाइज हुआ कि वह तो बस एक सपना देख रही थी
मगर वो सपना बिल्कुल असली जैसा था
अगले दिन से अर्शी और उसके टीम ने मेहंदीपुर बालाजी के मंदिर के आसपास शूटिंग शुरू कर दी उन्होंने फिर से वहां कई सारे लोगों को देखा और उनका एक जोर से होते हुए भी देखा चार दिन तक उन्होंने यही सारी शूटिंग की और बडे बडे पुजारियों का इंटरव्यू लिया अशी वैसे तो अपने काम में
खूब मन लगा रही थी
मगर उसकी तबीयत चार दिन से काफी खराब हो रही थी और उसके पूरे शरीर पर रैशेज भी हो गए थे जो वर्षीय मंदिर के सबसे बड़े पुजारी का इंटरव्यू लेने पहुंची तो उन्होंने उसे कमरे के अंदर आने से मना कर दिया
और उन्होंने हड़बड़ी में मंदिर के साथ सीखो एक रूम में बंद करने को कह दिया उस पुजारी ने बताया कि अर्शी पर किसी बहुत बुरी आत्मा का साया पड़ गया था
और उसके शरीर के रैशेज कोई बीमारी नहीं बल्कि धीरे धीरे उसके शरीर पर उस काली आत्मा के बढ़ते हुए कब्जे के निशान हैं
अचानक ही कमरे में अकेली बनर्जी को दूरी बढ़ने लगे उसकी आंखें एकदम लाल हो गई और उसके शरीर के निशान अब पूरी तरह हाउस उसकी बॉडी पर फैल गए थे
अस्सी पी हर तरह की थी
बार बार दरवाजे पर अपना सर मारकर दरवाजा पीटने लगे और अचानक से कुछ आदमी से हरे वास रहा है वहीं कोसी शैतानी आवाज में पुजारी को गाली में
पुजारी अपने साथ कुछ और पंडितों को लेकर उस कमरे में जाएँ और अशी का एग्जॉस्ट सिस्टम यानी को करने लगे
ये पूरा प्रोसेस अशी की टीम रिकॉर्ड कर रही थी
नसीब पूरी तरह हो गई थी
वो बार बार अपना सर जमीन पर पड़े अहीर
अचानक ही अशांत बिल्कुल कंट्रोल से बाहर हो गई
पहले तो उसने अपनी टीम के कैमरे लिए और वह जमीन पर पटककर को और फिर उसने वहां मौजूद एक पुजारी का गला पकड़ लिया और से हवा में उठा लिया
बड़े पुजारी ने फौरन ही उस पर लाल हस्तचालित अर्शी ने पुजारी का गला जैसे ही छपरा सबने उसे पकड़कर चीन से बांध दिया
दो दिन तक एग्जॉस्ट सिस्टम करने के बाद अर्शी के अंदर से काली आसमानी की रसीद हो गई लेकिन वो बहुत कमजोर हो गई थी उसे अपना एग्जॉस्ट सिस्टम बिल्कुल याद था
मगर अपनी टीम की बात सुनकर हैरान रह गई
इस इंसिडेंट के बाद अर्शी को उस डॉक्यूमेंट्री प्रोजेक्ट से हटा दिया गया और अर्शी ने फिल्में बनाने का सपना हमेशा हमेशा के लिए छोटे पड़ोसी कभी समझ नहीं पाई कि उसके साथ ऐसा क्यों हुआ और ऐसे
आपको क्या लगता है