IPL Match Fixing Case - Crime Stories in Hindi | सच्ची कहानी
IPL स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल
इंडिया में आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग का एक अलग ही क्रेज है एप्रिल और में के महीनों में इंडिया में सभी लोग अपने टीवी या फोन से चिपके अपने फेवरेट टीम और प्लेट को जमकर फॉलो करते हैं लेकिन दो हज़ार तेरह में आईपीएल में कुछ ऐसा करता जिससे सब शौक में चले गए
कई लोगों का तो क्रिकेट से विश्वास उठ गया पंद्रह में दो हज़ार तेरह
राजस्थान रॉयल्स और मुंबई इंडियंस मैच के लिए राजस्थान के फैन्स बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड थे
पर जब उन्हें पता चला कि उस दिन इंडिया का स्टार पास बॉलर एस श्रीसंत राजस्थान टीम की सिलेक्टेड लाइनअप में नहीं है तो सब बहुत ज्यादा हैरान हो गए
क्योंकि एस श्रीसंत उस समय बहुत ही पॉपुलर और लव कृत्यों में से एक था किसी को यह समझ नहीं आ रहा था कि टीम की कैप्टन राहुल द्रविड ऐसा क्यों करेंगे
लेकिन शायद राहुल को एक ऐसे सच के बारे में अंदाजा था
जो कुछ ही देर में सारी दुनिया के सामने आने वाला था
अगली सुबह हर जगह बस एक ही हेडलाइन फैली हुई
पिछली रात स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल से रिलेटेड केस में एस श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के दो और क्रिकेटर अजीत चंदीला और अंकित चव्हाण को अरेस्ट कर लिया गया है
इस खबर ने इंडियन क्रिकेट फैन्स को दूध थाउजेंड के क्रिकेट स्कैम की फिर से याद दिला दी और कई क्रिकेट के दीवानों का दिल भी तोड़ दिया
लेकिन दूध प्रोटीन आईपीएल में फिक्सिंग का एक गंदा दलदल लोगों के सामने आया कैसे दरअसल आईपीएल के आने के बाद से ही हर जगह सट्टेबाजी बहुत ज्यादा चल रही थी
दो हज़ार बारह में भी पुलिस ने कुछ डोमेस्टिक प्लेयर्स को अरेस्ट किया था लेकिन उन्हें अभी भी किसी बड़े प्लेयर के कोई सबूत नहीं मिला था दो हज़ार तेरह का आईपीएल जब शुरू हुआ तो पुलिस ने सस्पेक्ट पर नजर रखना और उनकी फोन टैपिंग करना शुरू कर दिया
इसी बीच दिल्ली पुलिस को एक नंबर मिला उस नंबर से कई कॉल्स पाकिस्तान जा रहे थे तो दिल्ली पुलिस ने गाइडलाइन्स के अकॉर्डिंग की बात मुंबई के एटीएस सेल को बताई इस नंबर की कॉल को जब एटीएस ने कुछ दिन टैप किया तो उनके सामने जो सच निकलकर आया उसने उनका भी दिल दहला दिया
क्योंकि यह फोन नंबर किसी और का नहीं बल्कि पाकिस्तानी अंपायर असद राउफ कथा जो पाकिस्तान में बैठे अंडरवर्ल्ड के लोगों और बुकी से मैच की स्पॉट फिक्सिंग की सारी डिटेल्स शेयर कर रहे थे
स्पॉट फिक्सिंग जिसमें ऑलरेडी फिक्स चीजों का इंडिकेशन देने के लिए प्लेयर ऑन द स्पॉट इशारा देते हैं जिससे ओवर की स्टार्टिंग में टॉवेल पहनना या क्या पहनना अंकित सवर्ण को मुंबई के मैच में सात लाख रुपए ऑफर हुए थे ताकि वह अपने ओवर में चौदह या चौदह से ज्यादा रन दे
और अंकित ने ठीक उसी को फॉलो करते हुए अपने ओवर में पंद्रह रन दिए
पुलिस से कॉल रिकॉर्डिंग सुनकर हैरान इसलिए थी क्योंकि इसमें बाकी कई प्लेस के साथ नाम आया था इंडियन टीम के स्टार बॉलर एस श्रीसंत का कॉल रिकॉर्डिंग में नौ में कि मैच के बारे में बात हुई थी
इसमें सेकेंड ओवर के बाद श्रीसंत ने अपना टॉवेल अपनी कमर से बांधा और ओपन एंड टीम को तेरह रन दिए
पुलिस ने बिना देरी करते हुए उस दिन की फुटेज क्रॉप स्प्रे पायेगी
जब सारा सच उनकी आंखों के सामने आ गया तो उन्होंने बिना देरी करते हुए पंद्रह में की रात को होटल इंटर में ने हमारे जहां पुलिस का शक यकीन में बदल गया क्योंकि श्रीशांत के होटल रूम में काफी कैश मिला
साथ ही कुछ डायरीज भी थी जिसमें बैटिंग रिलेट इन्फॉर्मेशन
और बैटिंग में पहले से बोर्ड पर हमेशा पुलिस के रडार पर रहने वाला जीनों जनार्धन भी उसके रूम में था
पुलिस के अरेस्ट सिर्फ यहीं खत्म नहीं हुए उसी रेत के बाद पुलिस पोर्टल ट्राइडेंट पहुंचे जहां उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के इन तीनों प्लेयर्स को अरेस्ट कर लिया इसी के साथ मिली प्लेयर्स की कई सारी प्रॉपर्टी इस वॉच और कई सारी लोग जुड़ी चीजें और गैस जो उन्हें स्पोर्ट्स फिर
सिंगर के समान था वहीं श्रीसंत की बिजनेस फोल्डिंग ऐसा इंटरटेनमेंट में बैटिंग कोच भी सर्विस थी जिससे उसके फ्यूचर प्लान्स का पुलिस को पूरा आइडिया लग गया था
के कुछ ही घंटों बाद बीसीसीआई ने तीनों क्रिकेटर्स को हमेशा हमेशा के लिए सस्पेंड कर दिया वहीं मुंबई पुलिस के हाथ आई असद राउफ की कॉल रिकॉर्डिंग उन कॉल रिकॉर्डिंग में उन्हें बॉलीवुड एक्टर और फॉर्मर बिग बॉस विनर विंदू दारा सिंह की मूवमेंट का भी पता चला विंदू दारा सिंह असद के साथ
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में शामिल था
बिंदु को इंटरव्यू किया गया तो विंदू ने कल्पेश किया कि वो स्पॉट फिक्सिंग में और वही था जो प्लेयर्स और बुकीज और अंपायर असद राउफ के बीच में कॉर्डिनेट करता था
पुलिस को अभी भी लग रहा था कि गेम इससे भी बड़ा है
तो उन्होने बिंदु के सारे रिकॉर्ड कॉल्स को सुना इन रिकॉर्ड्स के बाद एक ऐसा सच सामने आया जिस पर पुलिस को भी बिली नहीं हो रहा था कि नाम था उस टाइम के बीसीसीआई के चेयरमैन के ने का और लोगों की मनपसंद टीम चेन्नई सुपर किंग्स की टीम प्रिंसिपल गुरुनाथ मयप्पन
पण का पुलिस ने मयप्पन के नाम के समन जारी किया लेकिन वो मिसिंग हो गया पर इससे पहले पुलिस उसके पीछे हाथ धोकर पड़ती चौबिस में दो हज़ार तेरह को मयप्पन ने खुद पुलिस को सरेंडर कर दिया
पुलिस ने उसे बैटिंग चीटिंग और कॉन्सपिरेसी के लिए अरेस्ट कर लिया
उसी दिन सीएसके टीम के ओनर्स की एक स्टेटमेंट शो करेंगे इसके हिसाब से मयप्पन की सीएसके की कंपनी में कोई ही ओनरशिप नहीं थी
छब्बीस में दो हज़ार सोलह को बीसीसीआई ने एक थ्री मेंबर कमीशन अनाउंस किया जो मयप्पन के स्पॉट फिक्सिंग में मूवमेंट को इन्वेस्टिगेट करने वाली थी मयप्पन के स्पॉट फिक्सिंग में बोल्ड होने की वजह से पुलिस की शक की सूई राजस्थान रॉयल्स के ओनर मैनेजमेंट की तरफ भी गई
उन्होंने पाँच जून दो हज़ार तेरह को राजस्थान रॉयल्स के तीन के ओनर राज कुंद्रा को क्वेश्चन और इंटेल गेट किया और लोकेशन में राज टूट गए और उन्होंने कन्फेस किया कि वह अपनी ही टीम के रिजल्ट पर अपने बुकी दोष के थ्रू बैटिंग करते थे इस पूरी बैटिंग के गेम की असली पत्ते पुलिस के सामने आने बाकी थे
क्योंकि दोनों मुंबई और दिल्ली पुलिस के पास कुछ ऐसे सबूत सामने आए जो सिर्फ और सिर्फ एक ही आदमी की तरफ प्वाइंट करते थे दाऊद इब्राहिम दुनिया का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर जुलाई दो हज़ार तेरह को पुलिस ने चार्जशीट फाइल की जिसमें दिल्ली पुलिस ने कुछ कॉल रिकॉर्डिंग सृजन की
इसमें खुद दाऊद इब्राहिम के थी उन वॉइस रिकॉर्डिंग को एक सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब ने वेरीफाई भी किया और साथ ही साथ कई वॉइस रिकॉर्डिंग जैसी भी थी जिसमें क्रिकेट और पाकिस्तान में दाऊद के लोगों से बात कर रहे थे वहीं में बंद से मिली बुकी की लिंक्स में कई लें पाकिस्तान की भूखी से निकला और उनमें से एक
का नंबर खुद दाऊद इब्राहिम था
एक बात तो साफ थी कि इंडिया में बैटिंग का पूरा गीत अंडर वर्ल्ड ही चला रहा था
लेकिन सबसे अजीब बात इस पूरे केस की बात यह हुई कि मयप्पन श्रीसंत चंदीला और अंकित चव्हाण सबको नॉन गलती करार करके रिहा कर दिया गया
लेकिन बीसीसीआई ने लोगों पर स्ट्रिक्ट एक्शन लेते हुए सबको हमेशा के लिए बैन कर दिया और राज कुंद्रा से राजस्थान रॉयल्स की उनकी सारी ओनरशिप वापस छीन ली वहीं दो हज़ार पंद्रह लोढा कमेटी की इन्क्वायरी के बाद उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स दोनों ही टीम पर दो साल का बैन लगा
दिया
इस बिल्डिंग स्कैंडल में इंडियन क्रिकेट जगत को हमेशा के लिए हिलाकर रख दिया था
जिसकी वजह से बीसीसीआई के कई रूस के साथ साथ आईपीएल के भी कई रूट बदले गए एस श्रीसंत ने हमेशा ही कहा कि वह कभी इन सब में मॉल नहीं थे
और उन्हें फंसाया गया था
श्रीसंत ने अपने इंटरव्यू में बताया कि जबरदस्ती कन्फेशन स्टेटमेंट पर उनकी लिए गए थे कई साल के इस केस रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने श्रीसंत को नोट गलती करार दिया और उन पर से क्रिकेट का लाइव बैंड भी हटा दिया
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