Indian Tinder Murder | सच्ची कहानी
दुनिया में कई तरह के चेहरे होते हैं
कुछ मासूम तो कुछ डरावने पर असली प्रॉब्लम तब शुरू होती है
जब यह पता लगाना मुश्किल हो जाए
कि किसी का असली चेहरा कौन सा है छोड में दो हज़ार अट्ठारह जयपुर में रहने वाले रामेश्वर शर्मा और उनके पूरे परिवार की टेंशन के मारे हालत खराब थी
क्योंकि उनका जवान बेटा दुष्यंत एक रात पहले से लापता था जब वह अपने बेटे की फिक्र में लगे थे तो उनको अपने बेटे दुष्यंत का कहना है
आते ही सबसे पहले उन्होंने अपने बेटे की आवाज सुनी जोन से अपनी जान की भीख मांग रहा था और अपने पिता को अपने किडनैपर्स को दस लाख देने के लिए रोते हुए रिक्वेस्ट कर रहा था इसके तुरंत बाद एक लडकी ने दुष्यंत से फोन छीन लिया और उसके पिता को कॉल पर गंदी गंदी गालियां देते हुए
धमकाया और धमकी दी कि अगर उन्होंने अगले बीस मिनिट में दुष्यंत के बैंक अकाउंट में दस लाख रुपए ट्रांसफर नहीं किए तो वह दुष्यंत को जान से मार देगी
यह सुनकर दुष्यंत के पिता सहम गए
उनके पास सारी से मिलाकर भी सिर्फ तीन लाख रुपए ही थे दुष्यंत के पिता ने सभी पैसे ट्रांसफर कर दिए पर अब दुष्यंत का फोन स्विच ऑफ हो चुका था
उन्होंने अपने बेटे को बचाने के लिए अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी दे दी लेकिन दुष्यंत का कहीं भी नामोनिशान नहीं था घबराते हुए उन्होंने इस मामले में आखिरकार पुलिस को कॉल करना ही ठीक समझा पुलिस ने अपनी इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी लेकिन एक और दिन बीत गया और पुलिस को कोई क्यों नहीं मिला
दुष्यंत के घर में उसके पिता दुष्यंत की पत्नी सब बहुत परेशान थे
और हर वक्त पुलिस अपने बेटे के बारे में पूछते जा रहे थे
चार मई दो हज़ार अट्ठारह की सुबह उन्हें पुलिस का ख्याल आया है
बांस के गांव में उन्हें सूटकेस मिला है
जिसके अंदर टुकड़ों में कटी हुई एक इलाज है
शायद दुष्यंत की भी हो सकती है
पुलिस ने दुष्यंत के पिता रामेश्वर को लाश आइडेंटिफाई करने के लिए बुलाया
बॉडी की हालत इतनी खराब है
अटल पहचानना लगभग इम्पॉसिबल था
पर जब रामेश्वर ने देखा लाश के से भी अंगूठियां थी जो दुष्यंत के हाथ में थी तो वो समझ गए कि वो उनके खिलाफ है
इसके बाद पुलिस ने सबसे पहले गुस्से के कॉल रिकॉर्ड निकालें और उन्हें पता चला कि दुष्यंत के फोन पर एक ही नंबर से काफी कॉज हुए थे
पुलिस ने उस नंबर को ट्रैक करना शुरू किया ट्रैक हुई लोकेशन पुलिस को गांधीनगर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में ले गई
जहां दुष्यंत की ही गाड़ी में एक सत्ताईस साल के लड़के और दो बीस साल के लड़के समान डालकर कहीं ढालने की कोशिश कर रहे थे
क्योंकि वह दिनों दुष्यंत की गाड़ी में थे इसलिए उन्हें दुष्यंत के मॉडल के लिए अरेस्ट कर लिया गया
दोस्तों क्या आपको लगता है कि आप कभी गिरोह में कुछ बड़ा जीत सकते हो नहीं ना मुझे भी ऐसा ही लगता था लेकिन रिसेंटली कई लोगों ने बीएमडब्ल्यू एक्स सेवन जीप रैंगलर और मौसी जी क्लास जेब में जीपीएस इन लोगों ने सिर्फ वन लकीर प्रमोशन में पार्टिसिपेट किया और गेम खेलते खेलते ही कार जीप गए तो मैंने प्रमोशन पर जब प्रो
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मॉडल के सस्पेंस से सत्ताईस साल की प्रिया से और बीस साल के लक्ष्य वालिया और दीक्षांत कामरा पर दीक्षांत और लक्ष्य दोनों के बयानों में यही सामने आया कि मॉडल की प्लानिंग प्रिया सेठ की थी जब पुलिस ने प्रिया का बैकग्राउंड चेक किया तो उनके होश उड़ गए
क्योंकि प्रिया का क्रिमिनल रिकॉर्ड काफी लंबा और पुराना था
दिया कि क्राइम की दुनिया में इंट्री दो हज़ार बारह में हुई थी जब उस सिर्फ इक्कीस साल की थी
सारी जिंदगी एक छोटे से गांव में पली बढी प्रिया जयपुर में आते ही उसकी चकाचौंध से भौचक्की रह गई को जल्द से जल्द अमीर बनना चाहती थी धीरे धीरे वो एस्कॉर्ट सर्विसेज वालों से कॉन्टैक्ट्स बनाने लगी और उसने अपने कॉलेज से दलालों को लड़कियां सप्लाई करवाना शुरू कर दिया था
वह अपने साथ पढ़ रही लड़कियों को पैसे का लालच देकर उन्हें अमीर लोगों के साथ सोने भेज देती और उस पर अपना कमीशन लेकर उन पैसों से ऐश कर तभी प्रिया ने नोटिस किया कि उसके आस पास बहुत सारे मैरिड लोग डेटिंग ऐप्स पर अपनी प्रोफाइल बनाकर अफेयर कर रहे हैं
को यह सब देखकर पैसे कमाने का एक और फुलप्रूफ प्लान आया और उसने प्यार और धोखे का एक जाल फैलाना शुरू कर दिया
यानि टिंडर पर अपनी प्रोफाइल बनाई जहां वो प्यार का लालच देकर ऐसे ही लोगों को फंसाकर उनके साथ इंटिमेट फोटो खींचकर के लिए पैसे के लिए ब्लैकमेल करती थी
इस क्राइम को हनी ट्रैप इन भी कहा जाता है
इसी के चलते दो हज़ार सत्रह में क्रिया एक बार अरेंज भी हुई थी
लेकिन जेल से छूटने के बाद वह फिर से इन्हीं सब कामों में लग गई इसी बीच प्रिया की मुलाकात दीक्षांत से टिंडर पर हुई वो एक प्रोड्यूसर दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया और दीक्षांत मुंबई में अपना सारा काम छोड़कर प्रिया के साथ एक अच्छे से अपार्टमेंट में जयपुर में ही रहने लगा जेल से
हाल ही में निकली प्रिया के पास ज्यादा पैसे नहीं है
लेकिन उसे अपने शौक सैक्रिफाइस करना गवारा नहीं था जिन्हें पूरा करता था दीक्षा और शौक को पूरा करने के लिए दीक्षांत ने कई लोगों से उधार लिया था और अब को इक्कीस लाख करते में टूट गया था कतार अब उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगे थे इस प्रॉब्लम से निकलने के लिए उन्होंने दीक्षांत के दोस्त लक्ष्य के साथ
मिलकर एक प्लान बनाएं इस प्लान के मुताबिक वो एक अमीर आदमी को प्रिया के पुराने तरीकों का यूज करके धोखे से अपने फ्लैट बुलाकर उसको किडनैप करेंगे और उसके घरवालों से भारी फिरौती लेंगे लाइन बनते ही प्रिया टिंडर पर अपने शिकार को ढूंढने लगी जहां उसे मिला विवान कोहली डेली
करोड़पति बिजनेसमैन उसने विवान को अपने प्यार में फंसाया और से नजदीकियां बढ़ाने लगे दो बार कॉफी शॉप में उससे मिलने के बाद उसने विमान को रात बिताने का लालच देकर अपने घर बुलाया विवान ललचाता हुआ सीधा प्रिया के घर पहुंचा लेकिन दरवाजा खोलते ही उसका सामना
हुआ
अच्छे से जिन्होंने उसको बहुत मारा और बिस्तर से बांध दिया विद्वान को इतने बड़े भूखी पर विश्वास नहीं हो रहा था जहां लक्ष्य दीक्षांत विमान को मार रहे थे वहीं प्रिया उसके वॉलेट से उसका क्रेडिट कार्ड और कैश निकालने लगी और उसने जब विमान का वॉलेट खुला तो से समझ आ गया था कि उसका फूलप्रूफ
लव सेक्स और धोखा का जाल उस पर ही आ गिरा है क्योंकि उस वॉलेट में विमान की फोटो के साथ एक आईडी कार्ड भी था जिसमें विमान के नाम की जगह दुष्यंत नाम लिखा था
रिया चिल्लाते हुए कमरे में गई और विवान से सारा सच जानने के लिए लक्ष्य और दीक्षांत को से और बुरी तरह से टॉर्चर करने को कहने लगी दर्द में कराता हुआ विद्वान टूट गया और उसने बताया कि दरअसल वो उसे धोखा दे रहा था
क्योंकि उसका असली नाम दुष्यंत था और उसकी बीवी बच्चे भी थे
साथ ही साथ कोई अमीर बिजनेसमैन का बेटा नहीं था
बल्कि एक आम सी माइनिंग कंपनी में काम करने वाला एक नॉर्मल मिडिल क्लास आदमी था रिया यह सब सुनकर बहुत दुखी हो गई लेकिन डिसाइड किया कि वह अपने पलायन से डाइवर्ट नहीं करेंगे और अब वो दुष्यंत की फैमिली से ही पैसे मांगे ने दुष्यंत के पिता ने उनकी सक्सेस के फायदे तीन लाख रुपए उनके कॉल कर
कि बीस मिनट में ही ट्रांसफर कर दिए थे
लेकिन प्रिया के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था दरअसल उनका करोड़ों का प्लान फेल होने की और दुष्यंत के सब जान लेने की वजह से वो बहुत गुस्से में थी और उसने डिसाइड कर लिया था कि अपनी सेफ्टी के लिए उनको दुष्यंत को जान से मानना ही पड़ेगा
प्रिया के कहने पर डिक्सन ने किलो लिया और दुष्यंत का दम घुटने लगा लेकिन कई बार कोशिश करने के बावजूद जब फेल हो गया
तो गुस्से में प्रिया किचन से चाकू लाई और डिक्सन को पकड़ा दिया दीक्षान्त दुष्यंत को नाम आर पाने की वजह से इतना घबरा गया कि उसने बिना सोचे समझे दस बारह बार चाकू घोंप दिया और उसे जान से मार डाला
इसके बाद दुष्यंत की लाश पाने के लिए प्रिया लक्ष्य और दीक्षांत ने मिलकर दुष्यंत के शरीफ के छोटे छोटे टुकड़े
फिर से सूटकेस में भरकर दुष्यंत की गाड़ी में जाकर उस सूटकेस को आमेर हिल्स में फेंक दिया तीनों कल पुलिस का बयान एक दूसरे से अलग था
दीक्षांत के हिसाब से सारी प्लानिंग लक्ष्य और प्रिया की थी वहीं प्रिया के हिसाब से सब लक्ष्य और दीक्षांत ने किया था और लक्ष्य के हिसाब से सारा प्लान विकसित और फ्री आता था
तीनों एक दूसरे पर ब्लेम डालते रहें लेकिन कोर्ट ने तीनों को अपराधी करार दिया और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई है जहां लक्ष्य और दीक्षांत आज तक अपनी गलतियों के लिए खुद को कोस रहे हैं वहीं प्रिया सेठ का यह मानना है कि उसने कुछ गलत नहीं किया बल्कि वो ऐसे धोखेबाज मर्दों को स्कैन करके
एक सोशल सर्विस कर रही थी