अलमीरा इन्हीं सिंध सीक्रेट रोहन जो तीस साल का था पेशे से एक इंटीरियर डिजाइनर था और कुछ ही हफ्ते पहले नौकरी के कारण मुंबई शिफ्ट हुआ था अपनी नई जॉब की पहली सैलरी मिलने के बाद उसने अपने घर को सजाने का सोचा उसे एंटीक का बहुत शौक था पर उसका बजट ज्यादा नहीं था तो उसने सोचा कि वो अभी के लिए एक अच्छी सी एंटीक अलमारी से काम चला आएगा
उसे बहुत ही खास शौक के बारे में इंटरनेट से पता चला था उस चौक पर पहुंचने के बाद रोहन ने देखा कि वह दुकान बहुत छोटी सी थी पर दुकान के दरवाजे के पास ही एक अलमारी भरी थी जो बेहद ही पुरानी और खूबसूरत थी उसके दो बडे बडे दरवाजे थे और वो तीन चार अलग अलग लकड़ियों से बनी हुई थी जब उसने दुकानदार से बात की तो दुकानदार ने उसे कहा कि अलमारी बेचने के लिए नहीं है पर रोहन ने बहुत जिद की तो वह दुकानदार मान गया और उसने आधे पैसों में बोल मारी बेस भी यहां तक कि बिना पैसे लिए उसके घर के अंदर तक उस अलमारी को डिलीवर भी करवाया रोहन बहुत खुश था क्योंकि वह अलमारी उसकी उम्मीदों से भी ज्यादा सुंदर थी और उसे यह नहीं मालूम था कि उस दिन से उसकी जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली थी उस रात जब रोहन सो रहा था
उसकी भीम किसी के बेडरूम के दरवाजे को खटखटाने की आवाज से खुली रोहन ने दरवाजा खोला तो वहां कोई नहीं था उसे लगा कि शायद उसका वहम होगा वह दरवाजा बंद करके वापस अंदर जाने लगा तो फिर से उसे दरवाजा खटखटाने की आवाज आई रोहन तेजी से दरवाजे के पास गया पर वहां अब भी कोई नहीं था रोहन कुछ देर तक दरवाजे के पास ही खड़ा रहा और उसे बहुत नींद आ रही थी इसलिए वह सोने चला गया अगली सुबह रोहन ने जब कपड़े निकालने के लिए अपनी नई अलमारी को खोला तो उसके होश उड़ गए रोहन ने देखा कि उसे अलमारी के एक खाने के अंदर बस छोटी छोटी हड्डियां थी रोहन को कुछ समझ नहीं आया तभी उसे एक बिल्ली की आवाज आई थी और उसने देखा कि उसके कमरे में एक बिल्ली घूम रही थी
रोहन ने उन हड्डियों को वहां होना उस बिल्ली की शरारत समझा रोहन ने उन हड्डियों को वहां से हटाया मुसलमानों को साफ किया और उन हड्डियों को घर से बाहर देखकर अपने काम के लिए निकल गया शाम को जब वह घर वापस आया तो उसने देखा कि घर के दरवाजे का लॉक पहले से ही खुला हुआ था वह जल्दी से घर के अंदर घुसा और उसका घर बिल्कुल वैसा ही था जैसा वो छोड़कर गया था उसने सबको चैक किया और उसका सभी समान भी सही सलामत था उसने सोसाइटी के चौकीदार से पूछा पर चौकीदार ने किसी को भी ऊपर जाते नहीं देखा था उसे यह बात बहुत अजीब लगी क्योंकि उसे अच्छी तरह याद था कि वह दरवाजा लॉक करके गया था पर अगर कोई उसके घर में घुसा होता तो सामने वाले चौकीदार को दिख ही जाता और उसके जरिए रोहन को भी पता चल जाता है रोहन को फिर लगा कि शायद उसी की गलती से दरवाजा खुला रह गया होगा खैर उस रात थकान के मारे वह बिस्तर पर लेटते ही सो गया उसकी नींद इकतीस घटकर सिर्फ ली ठीक कल रात जैसे ही खटखट लेकिन इस बार रोहन को एहसास हुआ कि वो आवास उसके बेडरूम के दरवाजे से नहीं बल्कि उसकी अलमारी से आ रही थी रोहन ने जैसे ही उस अलमारी का दरवाजा खुला उसने देखा कि अंदर फिर से वही छोटी हड्डियां पड़ी थी
रोहन बहुत कन्फ्यूज हो गया वह कमरे में देखने लगा कि कहीं वह बिल्ली वापिस नहीं आ गई
इतने में उस अलमारी के अंदर से एक छोटे बच्चे के रोने की आवाज आई उसने अलमारी के आधे बंद दरवाजे से देखा कि अलमारी के नीचे वाले खाने में एक छोटा बच्चा बैठा रो रहा था उस बच्चे का पूरा शरीर सफेद पड़ा था और आँखें कोयले की तरह काली थी रोहन उस बच्चे को देखकर सुन्न पड़ गया था इससे पहले रोहन कुछ कर पाता उस बच्चे का हाथ एकदम से अलमारी के बाहर निकला और उन हाथों ने रोहन को पकड़ लिया
तड़पते हुए रोहन ने फौरन उस अलमारी के दरवाजे को बंद किया और अपने घर से बाहर भागा और अपने दोस्त के घर रात बिताने चला गया अगली सुबह ऑफिस के बजाय सीधा उस एंटीक शॉप पर गया रोहन में अंदर घुसते ही उस दुकानदार का गला पकड़ लिया और उससे पूछने लगा कि उस दुकानदार ने उसको गोली मारी क्यों बेची थी रोहन की ऐसी हालत देखकर दुकानदार समझ गया था कि उसके साथ रात को क्या हुआ होगा और गुस्से से भरे और डरे हुए रोहन के कुछ करने से पहले वह खुद ही उसको सब कुछ बताने लगा उस दुकानदार ने रोहन को बताया कि अलमारी दरअसल एक ऐसे घर में थी जहां एक आदमी अपने छोटे बेटे के साथ रहता था उसकी बेटा के पैदा होते ही उसकी बीवी चल बसी जिसके बाद वो आदमी अपना सारा पैसा और समय शराब पीने में बर्बाद करने लगा शराब पीने के बाद वो आदमी अपना सारा गुस्सा अपने बेटे पर निकालकर उसे अलमारी में बंद कर देता था
क्योंकि वह मानता था कि उसका बेटा ही उसकी बीवी की मौत की वजह है फिर एक दिन ज्यादा शराब पीने के कारण वह अपने बेटे को अलमारी में बंद करके रात भर के लिए भूल गया और अगली सुबह उसने अलमारी का दरवाजा खोला तो उसने देखा कि उसके बेटे की दम घुटने के कारण मौत हो गई थी कुछ दिन बाद उस आदमी की भी लाश उसी घर से मिली पुलिस ने उसकी मौत को सुसाइड कहकर केस क्लोज कर लिया
और सरकारी ऑक्शन में घर का सारा सामान मिला कर दिया उस आईटी शॉप के दुकानदार ने व अलमारी उसी ऑक्शन से नीलामी में खरीदी थी जिसके बाद उसकी जिंदगी नर्क बन गई थी
उसने बताया कि वो अलमारी उस छोटे लडके के भूत से स्थापित है उस छोटे लडके ने उस दुकानदार को भी बहुत तंग किया था उसने अलमारी तोड़ने की कोशिश भी की थी लेकिन उसके बाद भी उस अलमारी पर कोई असर नहीं हुआ दुकानदार ने कहा कि वह अलमारी को रोहन को बेचना नहीं चाहता था और इसलिए उस दिन उसने रोहन को मना भी किया पर जब रोहन ने उस अलमारी को खरीदने की जिद की तो उसने अलमारी रोहन को भेज दी रोहन ने यह सब सुनकर उसी दिनों सलमान को घर से बाहर कर दिया लेकिन उस रात जब आराम से सो रहा था तो उसकी नींद फिर से उसी खट खट की आवाज से खुली रोहन ने आंखें खुली तो उसके ठीक सामने उसके कमरे में वहीं अलमारी थी
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